स्थानीय महाविद्यालय एस. पी. यू.(पीजी) कॉलेज, फालना में आज 2अक्टूबर को गांधी जयंती व लाल बहादुर शास्त्री जयंती महाविद्यालय के उप प्राचार्य डॉ. गौतम शर्मा के सानिध्य में मनाई गई।
इस अवसर पर डॉ. शर्मा ने स्वयंसेवकों को महात्मा गांधी जी और शास्त्री जी के जीवन से संबंधित व्याख्यान देते हुए कहा कि सभी को गांधीजी के द्वारा बताए गए शांति और अहिंसा के मार्ग पर चलकर देश मे घर घर इनका संदेश पहुँचाना है, इसी से देश मे शांति ओर अमन कायम होगा, डॉ शर्मा जी ने गांधी दर्शन के महत्व को समझाते हुए कहा कि देश में उथल-पुथल, संकट और कई मोर्चों पर असमानता के चलते युद्ध के मुहाने पर खड़ी नजर आती दुनिया में बापू के विचारों की कितनी जरूरत है, यह किसी से छिपा नहीं है। ज्यादा जीवन उच्च विचार और सत्य के मार्ग पर चलकर अहिंसा का पालन करने का उनका सिद्धांत आज भी दुनिया को शांति की राह दिखाता है
इसी के साथ उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की मितव्ययता के बारे में बताते हुए कहां की व्यक्ति सीमित आय से भी मितव्ययता से अपने जीवन को खुशहाल रख सकता है इसलिए प्रत्येक स्वयंसेवक को मितव्ययी बनना चाहिए ।कार्यक्रम का संचालन NSS प्रभारी डॉ. मगन लाल सोलंकी करते हुए बताया कि एक बार महान वैज्ञानिक अल्बर्टआइंस्टीन ने महात्मा गांधी के बारे में लिखा था, “भविष्य की पीडिया शायद मुश्किल से विश्वास करेगी की हार्ड मास्क से बना ऐसा कोई व्यक्ति भी कभी धरती पर आया था” गांधी जी का जीवन और उनके विचार हमेशा प्रेरणा देने का काम करते रहेंगे एवं गांधी जी एवं शास्त्री जी विचारों को जीवन में आत्मसात कर उनके आदर्शों पर चलने की शिक्षा दी।
इस अवसर पर हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अरविंद सिंह ने भी बताया कि गांधी जी के विचारों को पढ़कर सहज ही अनुभव होता है कि आज करीब डेढ़ सौ साल बाद भी दुनिया को बापू की जरूरत है उसके बाद डॉ. चेनाराम जी ने भी गांधी पर अपना व्यख्यान देते हुए कहा कि मोहनदास करमचंद गांधी एक ऐसा नाम है जो दुनिया भर में अपने दृढ़ निश्चय, सत्य के लिए अटल -अड़िग और अहिंसा के रास्ते पर चलकर विजय हासिल करने के लिए जाना जाता है उसके बाद व्यख्यान स्वयंसेवको में से हेमांगी त्रिवेदी ओर सुरेंद्र सिंह द्वारा भी एक प्रतिभागी के तौर गांधी के जीवन परिचय के बारे जानकारी दी गई। इसके पश्चात स्वयं सेवकों ने महाविद्यालय परिसर में साफ सफाई कर कचरे का निस्तारण किया गया। अंत में डॉ. सोलंकी के द्वारा सभी का आभार व्यक्त कर कार्यक्रम समापन की घोषणा की गई। कार्यक्रम में NSS के ग्रुप लीडर हेमलता चौधरी, महिमा ,शांतिलाल, सुरेंद्र सिंह के साथ अन्य सभी स्वयंसेवक उपस्थित रहे।